गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) छो (Text replacement - "style="background:#fbf8df; border:thin groove #003333; border-radius:5px; padding:8px;"" to "class="table table-bordered table-striped"") |
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
| | | | ||
<noinclude>[[चित्र:Copyright.png|50px|right|link=|]]</noinclude> | <noinclude>[[चित्र:Copyright.png|50px|right|link=|]]</noinclude> | ||
− | <div style="text-align:center | + | <div style="text-align:center;"><font color=#003333 size=5>ये मुश्किल बात होती है<small> -आदित्य चौधरी</small></font></div> |
---- | ---- | ||
− | + | <center> | |
− | + | <poem style="width:360px; text-align:left; background:transparent; font-size:16px;"> | |
− | + | ||
− | + | ||
− | + | ||
सुबह के आगमन से पहले काली रात होती है | सुबह के आगमन से पहले काली रात होती है | ||
इसे तुझको समझना है, ये मुश्किल बात होती है | इसे तुझको समझना है, ये मुश्किल बात होती है | ||
− | + | तेरी हर हार में जीतों के नक़्शे बनते जाते हैं | |
− | + | नई राहों को चुन लेना, ये मुश्किल बात होती है | |
हर इक सैलाब की सबको डुबो देने की फ़ितरत है | हर इक सैलाब की सबको डुबो देने की फ़ितरत है | ||
तुझे इससे गुज़रना है, ये मुश्किल बात होती है | तुझे इससे गुज़रना है, ये मुश्किल बात होती है | ||
− | + | कोई क्योंकर तुझे पूछे, तेरी औक़ात ही क्या है | |
− | + | नया कुछ कर दिखा जाना, ये मुश्किल बात होती है | |
ज़माना आख़री दम तक तुझे बाँधेगा बंधन में | ज़माना आख़री दम तक तुझे बाँधेगा बंधन में | ||
नहीं थमना, नहीं झुकना, ये मुश्किल बात होती है | नहीं थमना, नहीं झुकना, ये मुश्किल बात होती है | ||
</poem> | </poem> | ||
− | + | </center> | |
− | + | ||
|} | |} | ||
<br /> | <br /> |
08:27, 5 अगस्त 2017 के समय का अवतरण
ये मुश्किल बात होती है -आदित्य चौधरी
सुबह के आगमन से पहले काली रात होती है |