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इसे तुझको समझना है, ये मुश्किल बात होती है
 
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          तेरी हर हार में जीतों के नक़्शे बनते जाते हैं
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नई राहों को चुन लेना, ये मुश्किल बात होती है
  
 
हर इक सैलाब की सबको डुबो देने की फ़ितरत है
 
हर इक सैलाब की सबको डुबो देने की फ़ितरत है
 
तुझे इससे गुज़रना है, ये मुश्किल बात होती है
 
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ज़माना आख़री दम तक तुझे बाँधेगा बंधन में
 
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08:27, 5 अगस्त 2017 के समय का अवतरण

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ये मुश्किल बात होती है -आदित्य चौधरी

सुबह के आगमन से पहले काली रात होती है
इसे तुझको समझना है, ये मुश्किल बात होती है

तेरी हर हार में जीतों के नक़्शे बनते जाते हैं
नई राहों को चुन लेना, ये मुश्किल बात होती है

हर इक सैलाब की सबको डुबो देने की फ़ितरत है
तुझे इससे गुज़रना है, ये मुश्किल बात होती है

कोई क्योंकर तुझे पूछे, तेरी औक़ात ही क्या है
नया कुछ कर दिखा जाना, ये मुश्किल बात होती है

ज़माना आख़री दम तक तुझे बाँधेगा बंधन में
नहीं थमना, नहीं झुकना, ये मुश्किल बात होती है


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