छो (Text replacement - "__INDEX__" to "__INDEX__ __NOTOC__")
छो (Text replacement - "width="100%" style=" to "width="100%" class="table table-bordered table-striped" style=")
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{| width="100%" style="background:#fbf8df; border:thin groove #003333; border-radius:5px; padding:8px;"
+
{| width="100%" class="table table-bordered table-striped" style="background:#fbf8df; border:thin groove #003333; border-radius:5px; padding:8px;"
 
|-
 
|-
 
|  
 
|  
पंक्ति 5: पंक्ति 5:
 
<div style="text-align:center; direction: ltr; margin-left: 1em;"><font color=#003333 size=5>ऐसे ही उमर गई<small> -आदित्य चौधरी</small></font></div>
 
<div style="text-align:center; direction: ltr; margin-left: 1em;"><font color=#003333 size=5>ऐसे ही उमर गई<small> -आदित्य चौधरी</small></font></div>
 
----
 
----
{| width="100%" style="background:transparent"
+
{| width="100%" class="table table-bordered table-striped" style="background:transparent"
 
|-valign="top"
 
|-valign="top"
 
| style="width:35%"|
 
| style="width:35%"|

10:46, 27 अक्टूबर 2016 का अवतरण

Copyright.png
ऐसे ही उमर गई -आदित्य चौधरी

वो कहाँ गई किधर गई
क्यूँ एक गुमनाम मौत मर गई

कितनी चुलबुली थी 
कुछ भी कर लेती थी 
भाई ने कहा तो...
समाज से डर गई

पढ़ने की चाह थी
खुली राह थी
पिता ने भेजा तो 
पति के घर गई

कुछ कर दिखाना था 
बदला ज़माना था 
पति ने चाहा तो
आग से गुज़र गई

उम्र ढलने लगी
बाहर निकलने लगी
बेटे ने टोका तो
बंधन में घिर गई

अब क्या बताना है
क़िस्सा पुराना है
माँ बहन बेटियों की तो
ऐसे ही उमर गई


सभी रचनाओं की सूची

सम्पादकीय लेख कविताएँ वीडियो / फ़ेसबुक अपडेट्स
सम्पर्क- ई-मेल: adityapost@gmail.com   •   फ़ेसबुक